रविवार, 22 जून 2014

 आदरणीय प्रधानमन्त्री जी ! सादर प्रणाम , सुनने में आया है कि  सरकार पचास दवाएं फ्री करने  जा रही है । लेकिन यदि ये दवाएं फ्री की गयी तो इसके  कुछ दुष्परिणाम भी सामने आ सकते हैं । लोग फ्री की चीजों की क़द्र नहीं करते । और दवा विक्रेता भी बिना प्रॉफिट की दवा रखने बेचने में रूचि कम लेंगे और इसे टालने में ज्यादा रूचि लेंगे इससे एक और समस्या पैदा होगी जिस पर निगरानी भी रखनी होगी जिससे एक काम और बढ़ जाएगा । इसलिए इन दवाओं  को न्यूनतम लागत मूल्य पर विक्रेता के भी दस प्रतिशत प्रॉफिट  के साथ बेचा जाए । ताकि खरीदने वाला भी क़द्र करे और बेचने वाला भी अपने  शॉप में दवाएं रखे । मैं दवा विक्रेता नहीं लेकिन इसकी व्यावहारिक जरूरत समझता हूँ । आशा है , यदि उचित लगे तो ध्यान देने के कृपा करेंगे ।
फ्रॉम 
डॉ द्विजेन्द्र वल्लभ शर्मा 
मोतीचूर हरिपुर कलां 
रायवाला देहरादून २४९२०५ 
९३५९७६८८८१ 

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