केजरीवाल को मोदी द्वारा पाक का एजेंट कहे जाने पर हुए हल्ले के सन्दर्भ में यह समझा जाना बहुत जरूरी है कि ये आप वाले किस प्रकार अघोषित पाक एजेंट साबित हो रहे हैं । पाकिस्तान आखिर भारत में क्या चाहता है ? पाक भारत में अस्थिरता फैलाना चाहता है । अपनी रैलियों में केजरीवाल पूछते हैं कि ये स्थिरता पर वोट मांगे जा रहे हैं तो ये स्थिरता क्या है । स्थिरता की जरूरत ही क्या है ? इस देश को एक ईमानदार सरकार चाहिए न कि स्थिरता । वाह , जो केजरीवाल खुद तो भाग गए उनपचास दिन की सरकार के बाद और वे यह दावा करते हैं कि इस देश को स्थिरता के बजाय ईमानदार सरकार चाहिए । सही है लेकिन केजरीवाल के मुह से अच्छी नहीं लगती । पाक भी तो यही चाहता है कि भारत में स्थिरता नहीं आनी चाहिए क्योंकि स्थिरता से भारत मजबूत होगा ।
केजरीवाल कहते हैं कि मई अराजक हूँ । पाकिस्तान क्या चाहता है ? भारत में अराजकता ? तो भाई यह तो पाक की ही इच्छा पूरी हुई । आखिर केजरीवाल किसके उद्देश्यों को पूरा कर रहे हैं ? पाक के न ।
पाक क्या चाहता है कि कश्मीर पर उसका अधिकार हो जाए । तो उसका यह उद्देश्य भी केजरीवाल पूरा कर रहे है । इनकी अपनी साईट पर कश्मीर को भारत का हिस्सा ही नहीं दिखाया गया । भारत का नक्शा कश्मीर रहित दिखाया गया हालांकि पोल खुलने के बाद इन्होने फ़टाफ़ट हटा लिया । प्रशांत भूषन जब तब हरकत करते ही रहते हैं ।
पाक क्या चाहता है ? कश्मीर पर जनमत संग्रह । ये भी चाहते हैं कि कश्मीर पर जनमत संग्रह हो ।
पाक क्या चाहता है ? भारत में नक्सल समस्या बरकरार रहे । ये भी नक्सलियों को सपोर्ट करते ही हैं ।
पाक क्या चाहता है कि भारत कभी भ्रष्टाचार जैसी समस्याओं से न निपट सके और तंगहाल रहे । ये भी मोदी
पाक मोदी से नाखुश है मगर केजरीवाल से खुश है । वहाँ के अख़बार इन केजरीवाल की प्रशंसा में रंगे पड़े हैं । यानि यदि ये पाक को खुश करने में लगे हैं तो फिर हमारे शत्रु को खुश करने वाला क्या कहलायेगा ।
इन्हे सबसे सवाल पूछने का शौक है पर जवाब देने का नहीं ।
क्या कमाल है । यूं पी ए को यह हराना चाहते हैं । एन डी ए को आने नहीं देना चाहते । खुद सत्ता में आना नहीं चाहते । हो गयी न अराजकता । पाक की इच्छापूर्ति ।
हाफिज सईद जैसे लोग इनसे और हमारे गृहमंत्री रक्षामंत्री आदि से बड़े खुश हैं क्योंकि इनकी बातें उनकी मदद गार ही साबित होती हैं । सो समझिये इनके इरादों को ।
विरोध के द्वारा और यू पी ए को बनाये रखकर यही हाल देश का करना चाहते हैं ।
मजेदार बात यह है कि यू पी ए सत्ता में है लेकिन इनकी लड़ाई मोदी से हो गयी है । ये सारा ध्यान देश व यूं पी ए के भ्रष्टाचार से हटाकर मोदी और गुजरात पर ले जाना चाहते हैं और मोदी और गुजरात को बदनाम कर के पाक के नापाक उद्देश्यों को पूरा करना चाहते हैं ।
इसलिए मोदी कहें या न कहें , ये देश के शत्रुओं की ही मदद कर रहे हैं । इनके लोग कह रहे हैं कि नक्शे में तो किन्ही अन्य कारणों से कश्मीर को हाईलाइट नहीं किया गया । लेकिन इनके भारत नक़्शे में कश्मीर है ही नहीं । और यदि कोई अन्य कारण था तो हटा क्यों लिया ।
इसलिए केजरीवाल नापाक साबित हो गए हैं जिनका नाम लेने पर अन्ना तक को कहा पड़ा कि शुभ शुभ बोलें । इसलिए केजरीवाल को समझना बहुत जरूरी है । वे पाक के ही मदद गार साबित हुए है ।
केजरीवाल कहते हैं कि मई अराजक हूँ । पाकिस्तान क्या चाहता है ? भारत में अराजकता ? तो भाई यह तो पाक की ही इच्छा पूरी हुई । आखिर केजरीवाल किसके उद्देश्यों को पूरा कर रहे हैं ? पाक के न ।
पाक क्या चाहता है कि कश्मीर पर उसका अधिकार हो जाए । तो उसका यह उद्देश्य भी केजरीवाल पूरा कर रहे है । इनकी अपनी साईट पर कश्मीर को भारत का हिस्सा ही नहीं दिखाया गया । भारत का नक्शा कश्मीर रहित दिखाया गया हालांकि पोल खुलने के बाद इन्होने फ़टाफ़ट हटा लिया । प्रशांत भूषन जब तब हरकत करते ही रहते हैं ।
पाक क्या चाहता है ? कश्मीर पर जनमत संग्रह । ये भी चाहते हैं कि कश्मीर पर जनमत संग्रह हो ।
पाक क्या चाहता है ? भारत में नक्सल समस्या बरकरार रहे । ये भी नक्सलियों को सपोर्ट करते ही हैं ।
पाक क्या चाहता है कि भारत कभी भ्रष्टाचार जैसी समस्याओं से न निपट सके और तंगहाल रहे । ये भी मोदी
पाक मोदी से नाखुश है मगर केजरीवाल से खुश है । वहाँ के अख़बार इन केजरीवाल की प्रशंसा में रंगे पड़े हैं । यानि यदि ये पाक को खुश करने में लगे हैं तो फिर हमारे शत्रु को खुश करने वाला क्या कहलायेगा ।
इन्हे सबसे सवाल पूछने का शौक है पर जवाब देने का नहीं ।
क्या कमाल है । यूं पी ए को यह हराना चाहते हैं । एन डी ए को आने नहीं देना चाहते । खुद सत्ता में आना नहीं चाहते । हो गयी न अराजकता । पाक की इच्छापूर्ति ।
हाफिज सईद जैसे लोग इनसे और हमारे गृहमंत्री रक्षामंत्री आदि से बड़े खुश हैं क्योंकि इनकी बातें उनकी मदद गार ही साबित होती हैं । सो समझिये इनके इरादों को ।
विरोध के द्वारा और यू पी ए को बनाये रखकर यही हाल देश का करना चाहते हैं ।
मजेदार बात यह है कि यू पी ए सत्ता में है लेकिन इनकी लड़ाई मोदी से हो गयी है । ये सारा ध्यान देश व यूं पी ए के भ्रष्टाचार से हटाकर मोदी और गुजरात पर ले जाना चाहते हैं और मोदी और गुजरात को बदनाम कर के पाक के नापाक उद्देश्यों को पूरा करना चाहते हैं ।
इसलिए मोदी कहें या न कहें , ये देश के शत्रुओं की ही मदद कर रहे हैं । इनके लोग कह रहे हैं कि नक्शे में तो किन्ही अन्य कारणों से कश्मीर को हाईलाइट नहीं किया गया । लेकिन इनके भारत नक़्शे में कश्मीर है ही नहीं । और यदि कोई अन्य कारण था तो हटा क्यों लिया ।
इसलिए केजरीवाल नापाक साबित हो गए हैं जिनका नाम लेने पर अन्ना तक को कहा पड़ा कि शुभ शुभ बोलें । इसलिए केजरीवाल को समझना बहुत जरूरी है । वे पाक के ही मदद गार साबित हुए है ।